देहरादून: आईएमबीए के सीईओ कैप्टन कुणाल नारायण ने कहा कि “उद्योग के रूप में वाणिज्यिक नौवहन किसी महासागर से कम नहीं है। इसमें शिप ब्रोकिंग, ट्रेडिंग और शिप चार्टरिंग शामिल है। हैरानी की बात यह है कि हमारे घर का ज्यादातर सामान एक जहाज के माध्यम से लाया जाता है, अभी भी लोग इस सेगमेंट से अनजान हैं, जहां नौकरी की संख्या बहुत ज्यादा है। भारत में आज कमर्शियल शिपिंग का रोजगार चरम पर है।
आईएमबीए के साथ उत्तराखंड और शेष भारत के छात्रों को अब इस शिक्षा के लिए विदेशों में बड़ी राशि खर्च करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि यह भारत में हमारे देहरादून शहर में पहली बार उपलब्ध होने जा रहा है। उत्तराखंड के टिहरी से अरविन्द और पिथौरागढ़ से गजेंद्र जो की अकादमी में कोर्स कर रहे हैं ने बताया की उत्तराखंड में ऐसे कोर्स की कमी की वजह से उन्हें पलायन करना पड़ता थाय अब इस तरह का स्पेशलाइज्ड कोर्स हमारे प्रदेश में ही उपलब्ध है जिससे हमें अच्छी शिपिंग कंपनी में रोजगार मिलेगा, मेरी शुभकामनाएं। जैसे संस्थानों के साथ हैं जो उत्तराखंड के छात्रों के करियर बनाने और उन्हें विश्व स्तर पर रोजगार दिलाने में मदद कर रहे हैं। इस तरह की अकादेमी जो की विदेशो में होने वाले कोर्स हमारे अपने उत्तराखंड में करवा रहे हैं, बधाई के पत्र हैं। हमारे प्रदेश के युवायों को पहले पलायन का सामना करना पड़ता था और उच्चा शिक्षा के लिए काफी धनराशि व्यय करनी पड़ती थी। की वजह से अब न केवल उत्तराखंड बल्कि विभिन्न प्रदेशो के युवा भी यहाँ आकर शिक्षा ग्रहण करेंगे। एवं उनके छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ। इस कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक पीयूष गुप्ता, नेहा गुप्ता, आयुष जैन, गीतांजलि उनियाल और कार्तिक जैन सहित अन्य स्टाफ सदस्यों और शिक्षकों ने भी भाग लिया। देहरादून आईएमबीए का एक वर्ष कि अवधि पूर्ण होने पर मंत्री सुबोध उनियाल ने बधाई दी। संस्थान राज्य के छात्रों को वैश्विक स्तर पर रोजगार प्रदान करने में मदद कर रहे हैं इस तरह के संस्थान जो कि बाहरी देशों में रोजगार उपलब्ध कराने वाले पाठ्यक्रम उत्तराखंड में करवा रहे हैं। वह बधाई पात्र हैं आईएमबीए की वजह से केवल उत्तराखंड ही नहीं अपितु विभिन्न प्रदेशों के युवा यहां आकर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं मैं आई एम बी ए देहरादून एवं उनके छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं।